Chittorgarh
प्रतापगढ। अंतरराष्ट्रीय रामस्नेही सम्प्रदाय के पीठाधीश्वर जगद्गुरू आचार्य रामदयाल महाराज ने कन्या भू्रण हत्या को समाज पर कलंक बताते हुए कहा कि जिस देश में मां भगवती की पूजा होती है, कन्याओं को पूजा जाता है, वहां आज भ्रूण हत्या जैसा जघन्य पाप हो रहा है। आज के बाद ऎसा नहीं हो, इसके लिए हमें संकल्प लेना होगा।
आचार्य सूर्यवंशीय क्षत्रिय कुमावत समाज के श्री रामजानकी मंदिर के पाटोत्सव के दौरान सोमवार को दलोट के राजकीय उ“ा माध्यमिक विद्यालय परिसर में भागवत कथा की शुरूआत से पूर्व धर्मसभा को संबोघित कर रहे थे। महाराज ने कहा कि भागवत सम्पूर्ण भारत धर्म है, राष्ट्रधर्म है। भागवत हमें भक्ति का मार्ग बताती है। हमें अभयता प्रदान करती है। इसमें भगवान विद्यमान है। इसी कारण यह अपने आप में पूर्ण ग्रंथ है। संत ने उपस्थित श्रद्धालुओं से हाथ उपर उठवाकर भ्रूण हत्या नहीं करवाने का संकल्प दिलवाया। भागवत कथा मंगलवार सुबह 10 से शाम 4 बजे तक होगी।
शोभायात्रा में झुमे श्रद्धालु
धर्मसभा से पूर्व सुबह संत रामदयाल महाराज के साçन्नध्य में भागवत की शोभायात्रा निकाली गई। इसमें 100 महिलाएं सिर पर कलश धारण किए चल रही थी। बैण्ड की स्वरलहरियों के साथ शोभायात्रा स्कूल मैदान से शुरू हुई जो कन्या विद्यालय, पाटीदार समाज मंदिर, रामजानकी मंदिर, लौहार मोहल्ला, रामद्वारा, हाट चौक होते हुए पुन: विद्यालय मैदान पहुंची। शोभायात्रा के स्वागत में श्रद्धालुओं ने तोरण द्वार लगाए। शोभायात्रा का विभिन्न स्थानों पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। संत के साथ भागवतानन्द, मुमुक्षुराम, शम्भूराम समेत कई संत शामिल थे।
गोशाला का उद्घाटन
आयोजन समिति के अध्यक्ष भंवरलाल कुमावत ने बताया कि संत रामदयाल महाराज ने शाम को सालमगढ मार्ग पर रामस्नेही सम्प्रदाय की ओर से निर्माणाधीन संत श्री विनोदीराम रामस्नेही गोशाला का उद्घाटन किया।
Saturday, August 22, 2009
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